नमस्कार दोस्तों, इस पोस्ट में डेबिट कार्ड क्या होता हैं और यह क्रेडिट कार्ड से कितना अलग हैं इसके बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। साथ ही डेबिट कार्ड से क्या होता है, हम इसका उपयोग कहाँ कर सकते हैं, इसके क्या फायदे हैं और क्रेडिट कार्ड से ये कितना अलग है? इसे बारे में भी जानेंगे।
आज के समय में सब काम ऑनलाइन होना शुरू हो गया है चाहे ऑनलाइन शॉपिंग हो या फिर पेमेंट भुगतान। इस बीच दो नाम आते हैं डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड। कई लोगों को इन दोनों कार्ड में कन्फ्यूश़न रहता है।
डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड में अंतर (Credit Card and Debit Card Difference in Hindi)
- डेबिट कार्ड हमारे बैंक के खाते से जुड़ा हुआ होता है और क्रेडिट कार्ड हमारे खाते से जुड़ा हुआ नहीं होता है।
- डेबिट कार्ड के लिए आपको किसी भी बैंक में अपना खाता खोलना जरूरी है। लेकिन क्रेडिट कार्ड के लिए आपको बैंक में खाता खोलने की जरूरत नहीं है।
- डेबिट कार्ड से आप जितना चाहे पैसा खर्च कर सकते हैं, जब तक आपका बैलेंस खत्म न हो जाये। लेकिन क्रेडिट कार्ड के लिए खर्च सीमा निश्चित की हुई होती है। आप इससे ज्यादा खर्च नहीं कर पाएंगे।
- क्रेडिट कार्ड का जब आप उपयोग करते हैं तो उस समय आपको पैसे नहीं देने होते हैं। इस पैसों का भुकतान आपको महीने के अंतिम दिन या बैंक द्वारा तय किये हुए दिन देना पड़ता है, वो भी ब्याज दर के साथ लेकिन डेबिट कार्ड में ऐसा नहीं होता है।
- क्रेडिट कार्ड हमें ईएमआई सुविधा प्रदान करता है जबकि डेबिट कार्ड ऐसा नहीं करता है। ईएमआई सुविधा में ऑनलाइन शॉपिंग साईट जैसे फ्लिपकार्ट, पेटीएम, अमेजन और मिंत्रा आदि से सामान हम किश्तों पर ले सकते हैं और इनके पैसों का भुकतान हम किश्तों में कर सकते हैं जबकि डेबिट कार्ड में ये नहीं होता।
- अपने ये तो देखा होगा कि डेबिट कार्ड हर किसी के पास होता है जबकि क्रेडिट कार्ड कम लोगों के पास ही मिलता है, क्योंकि डेबिट कार्ड हम बैंक में अकाउंट खुलवाते है, तो उसी समय दिया जाता है और क्रेडिट कार्ड अप्लाई हमें अलग से करना पड़ता है।
- डेबिट कार्ड का उपयोग हम अपने बैंक से पैसे निकालने के लिए एटीएम मशीन में कर सकते हैं। लेकिन क्रेडिट कार्ड का उपयोग हम एटीएम मशीन में नहीं कर सकते हैं।
डेबिट कार्ड क्या होता हैं? (Debit Card Kya Hota Hai)
ये एक ऐसा कार्ड होता है, जिससे हम एटीएम मशीन के द्वारा अपने बैंक अकाउंट से पैसे निकाल सकते हैं। डेबिट कार्ड हमें बैंक प्रोवाइड करता है, जिस बैंक में अकाउंट होता है। यदि आपको डेबिट कार्ड लेना है तो आपका किसी भी बैंक में सेविंग या करंट अकाउंट होना जरूरी है। जब आप बैंक में अकाउंट ओपन करवाते हैं तो आपको यह डेबिट कार्ड दिया जाता है।
डेबिट कार्ड एक छोटा सा प्लास्टिक का बना कार्ड होता है, इसे हम एटीएम कार्ड, बैंक कार्ड आदि नाम से जानते हैं। इस कार्ड पर 16 अंक लिए होते हैं, जो हमारे एटीएम कार्ड नंबर होते हैं। ये हर डेबिट कार्ड पर अलग-अलग होते हैं और इनका उपयोग भी होता है।
इस कार्ड से हम अपने बैंक अकाउंट में रखा पैसा एटीएम मशीन से निकाल सकते हैं। इस कार्ड से हम ऑनलाइन भुगतान, ऑनलाइन शॉपिंग, ऑनलाइन लेनदेन, मोबाइल रिचार्ज भी कर सकते हैं। इसका उपयोग हम ऑफलाइन भी कर सकते हैं जैसे किसी दुकान या स्टोर में या कार्ड स्वाइप करके भी पेमेंट करने में।
डेबिट कार्ड से पैसे हमारे बैंक अकाउंट से कटता है। हमारे बैंक अकाउंट में पैसा होगा तभी हम इस कार्ड का उपयोग कर सकते हैं। यदि हमारे बैंक में पैसा नहीं होगा तो हम इसका उपयोग नहीं कर पाएंगे। हम ऑनलाइन शौपिंग करते करके यदि कार्ड का प्रयोग करते हैं तो पैसा हमारे अकाउंट से तुरंत ही कट जायेगा। हमें कैश देने की आवश्यकता नहीं रहेगी।
कई सारे बैंक इसके लिए कुछ चार्ज भी लेती है। भारत में लगभग सभी बैंक डेबिट कार्ड की सुविधा देती है। डेबिट कार्ड भी कई प्रकार का होता है। डेबिट कार्ड सर्विस प्रोवाइडर होते हैं, जो हमें बैंक के माध्यम से डेबिट कार्ड की सुविधा देते हैं। इनमें RuPay डेबिट कार्ड, मास्टर कार्ड, Maestro और वीजा डेबिट कार्ड मुख्य है।
डेबिट कार्ड कैसे प्राप्त करें?
डेबिट कार्ड प्राप्त करना बहुत ही आसान है। जब हम बैंक में अपना खाता खुलवाने के लिए जाते हैं तभी हम एटीएम कार्ड प्राप्त कर सकते हैं और यदि किसी कारणवश आपको एटीएम कार्ड नहीं मिला है तो आप अपने बैंक शाखा पर जाकर एटीएम कार्ड का एक फॉर्म फिल करके बड़ी ही आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
हालांकि ऐसी प्रक्रिया को करने के लिए आपको थोड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, परंतु एटीएम कार्ड बनवा करके आप बैंकों के बार-बार चक्कर लगाने से बच सकते हैं। क्योंकि एटीएम कार्ड होने पश्चात कहीं से भी बड़ी ही आसानी से पैसे निकाल सकते हैं।
डेबिट कार्ड के द्वारा ट्रांजैक्शन संख्या
किसी भी बैंक के डेबिट कार्ड के द्वारा ट्रांजैक्शन की संख्या को बैंक ने पहले से ही निर्धारित किया गया होता है। यदि आप डेबिट कार्ड को सेम बैंक के एटीएम से जाकर के पैसे निकालेंगे तो आप ट्रांजैक्शन ज्यादा कर सकते हैं और यदि आप किसी अन्य बैंक के डेबिट कार्ड के साथ दूसरे बैंक के एटीएम मशीन में जाकर पैसे निकालेंगे तो आपके ट्रांजैक्शन संख्या कम कर दी जाएगी।
यदि आप किसी और ने बैंक के डेबिट कार्ड के साथ किसी अन्य बैंक के एटीएम से जाकर के पैसे निकालेंगे तो आपको प्रति ट्रांजैक्शन के हिसाब से कुछ पैसे देने पड़ेंगे और यदि आप सेम बैंक के डेबिट कार्ड के साथ सेम बैंक के एटीएम से पैसे निकाल लेंगे तो आपको कुछ लिमिटेड ट्रांजैक्शन तक पैसे नहीं देने होंगे और जब आप की लिमिट क्रॉस होगी तो आपको पैसे देने पड़ेंगे।
डेबिट कार्ड के प्रकार
सभी बैंक अपने कस्टमर्स को अच्छी सुविधा देने के लिए डेबिट कार्ड सर्विस प्रोवाइडर कम्पनी से जुड़ता है और अपने सभी ग्राहकों को अच्छी सेवा देता है। ये डेबिट कार्ड सर्विस प्रोवाइडर ही बैंक को डेबिट कार्ड प्रोवाइड करते हैं। भारत में डेबिट कार्ड अलग-अलग प्रकार का होता है। डेबिट कार्ड को पेमेंट प्लेटफार्म, टेक्नोलॉजी और उपयोग के आधार पर बांटा गया है।
पेमेंट प्लेटफार्म के आधार पर | टेक्नोलॉजी के आधार पर | उपयोग के आधार पर |
RuPay Debit Card | Contactless Debit Card | Prepaid Debit Card |
VISA Debit Card | Magnetic Stripe Debit Card | International Debit Card |
VISA Electron Debit Card | Chip And Pin Debit Card | Virtual Debit Card |
Maestro Debit Card | Business Debit Card | |
Master Debit Card – Cirrus Debit Card, Maestro Debit Card |
डेबिट कार्ड के फायदे
डेबिट कार्ड के बहुत सारे फायदे हैं, जिनके विषय में बहुत कम लोग जानते हैं। उन्हें सिर्फ इतना पता होता है कि हम डेबिट कार्ड से अपने बैंक अकाउंट से पैसे निकाल सकते हैं। आप सभी लोगों को डेबिट कार्ड के बहुत सारे फायदे के विषय में बताने वाले हैं, तो चलिए जानते हैं:
- डेबिट कार्ड का सबसे पहला फायदा यह है कि हमें कहीं भी अपने साथ ले जाने की जरूरत नहीं है, हमें जब कभी भी पैसे की जरूरत पड़े हम अपने नजदीकी एटीएम में जाकर के बड़ी ही आसानी से पैसे withdrawal कर सकते हैं।
- पैसे withdrawal करना बहुत ही आसान है, क्योंकि हमें हर जगह कुछ कुछ किलोमीटर की दूरी पर एटीएम देखने को मिल जाता है।
- डेबिट कार्ड का उपयोग करके हम बिजली बिल या फिर किसी प्रकार की बिल को जमा कर सकते हैं।
- जब हम किसी रेस्टोरेंट या किसी होटल में जाते हैं, तो हमें अपने साथ पैसे ले जाने की जरूरत नहीं है। यदि हमारे पास डेबिट कार्ड है, तो हम अपने बैंक अकाउंट से सीधा ट्रांजैक्शन करके अपने पैसे चुका सकते हैं और वहां का बिल पे कर सकते हैं।
- डेबिट कार्ड का सबसे बड़ा फायदा यह है कि जब हम कहीं घूमने जाते हैं, तो अपने साथ पैसे लेकर जाते हैं और यदि पैसे खो गए तो हमें बहुत ही दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। परंतु जब हम अपने साथ लेकर जाते हैं, तो हमें पैसे की कोई समस्या नहीं होती। यदि हमारा पर लिया जाता है, तो वह व्यक्ति अपने डेबिट कार्ड से कुछ भी ट्रांजैक्शन नहीं कर सकता, क्योंकि सिक्योरिटी के तौर पर हमसे पिन पूछा जाता है और जब तक हम पिन नहीं डालेंगे तब तक पैसे विड्रॉल नहीं होंगे।
क्रेडिट कार्ड क्या होता हैं? (Credit Card Kya Hota Hai)
ज्यादातर लोग क्रेडिट कार्ड क्या है ये नहीं जानते हैं और क्रेडिट कार्ड को डेबिट कार्ड के समान ही समझ लेते हैं, जो कि गलत है। डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड में काफी समानताएं है। लेकिन ये दोनों एक नहीं है। क्रेडिट कार्ड से क्रेडिट कार्ड धारक बिना पैसे दिए कोई भी खरीदारी कर सकता है और उस खरीदारी का भुगतान वह बाद में कर सकता है, उसी समय भुगतान करने के जरूरत नहीं होती है।
डेबिट कार्ड हमें बैंक देता है और ये बैंक खाते से जुड़ा हुआ रहता है लेकिन क्रेडिट कार्ड में ऐसा नहीं होता है। ये किसी भी बैंक खाते से जुड़ा हुआ नहीं होता है। क्रेडिट कार्ड हमें जो लोन देते हैं, वहां से दिया जाता है जैसे फाइनेंसियल इंस्टिट्यूशन या कोई बैंक जो हमें लोन की सुविधा देते हैं। ये जब हम भुगतान करते समय कुछ ब्याज दर लेते हैं।
जैसे हम डेबिट कार्ड का उपयोग ऑनलाइन शौपिंग, लेनदेन जैसे मामलों में करते हैं वैसे क्रेडिट कार्ड से भी कर सकते हैं। लेकिन जिस प्रकार एटीएम मशीन से अपने बैंक से पैसे निकाल सकते हैं वैसे क्रेडिट कार्ड से नहीं निकाल सकते हैं।
हम क्रेडिट कार्ड से कितना खर्च करते हैं ये तय होता है। इसकी सीमा निश्चित की हुई होती है जैसे कि आप एक महीने में सिर्फ 50 हजार या 1 लाख तक ही खरीदारी कर सकते हैं। ये क्रेडिट कार्ड लिमिट बैंक तय करता है, जो हमें अपना क्रेडिट कार्ड देता है।
कई क्रेडिट कार्ड की सीमा कम होती है। ये सीमा 10 हजार, 15 हजार और 20 हजार तक भी हो सकती है। ये लिमिट बैंक हमारी आमदनी और नौकरी के हिसाब से तय करता है, जिससे कि आप लोन आसानी से वापस चुका पाओ।
आपको बैंक द्वारा तय की गई सीमा के अन्दर ही उस क्रेडिट कार्ड से खरीदारी करनी होती है और महीने के अंतिम दिन या जब बैंक आपको कहे या तारीक दे, उस दिन आपको ये पैसे चुकाने होंगे, जितना आप खर्च करते हैं। यदि आपने इन पैसों का समय पर भुकतान नहीं किया तो आपको बैंक द्वारा जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
क्रेडिट कार्ड के द्वारा ट्रांजैक्शन संख्या
जब आप किसी बैंक के क्रेडिट कार्ड के द्वारा शॉपिंग करते हैं तो आप सभी लोग शुरुआती समय में लगभग ₹10000 से लेकर ₹15000 तक की शॉपिंग कर सकते हैं। यदि आपके बैंक से ट्रांजैक्शन अच्छे तरीके से हो रहा होगा और आपकी आमदनी काफी ज्यादा होगी तो आप लगभग ₹50000 से लेकर लाखों तक की ट्रांजैक्शन कर सकते हैं।
कई बार आपके आमदनी के साथ-साथ आपके पैसे चुकाने के व्यवहार पर भी आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ा दी जाती है। आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट जितनी है, आप 1 महीने में इतने तक की शॉपिंग कर सकते हैं और जब तक आप उस महीने में की गई शॉपिंग की भरपाई नहीं कर देते तब तक आप कोई दूसरा शॉपिंग नहीं कर सकते क्योंकि बैंक आपको वह लोन दिया होता है। परंतु वह लोन लिमिटेड ही होता है और लिमिटेड होने के साथ-साथ एक अदृश्य लोन भी होता है।
डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड में समानताएं
- दिखने में क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड एक जैसे ही होते हैं। दोनों की बनावट और आकार समान होते है।
- दोनों को भी प्रयोग करने का तरीका एक समान है और ये हर जगह पर ऑनलाइन पेमेंट के लिए काम में लिए जाते हैं।
- डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड पर एक Magnetic Strip होती है और ये दोनों प्लास्टिक के द्वारा बने होते हैं।
- दोनों पर एक निर्धारित अंक लिखे होते हैं।